त्रिकुट पर्वत आकर्षक प्राकृतिक दृश्य सैलानियों को कैसे आकर्षित करता है।
त्रिकूट पर्वत प्राकृतिक दृश्य के लिए बहुत ही आकर्षण का केंद्र है। यह देवघर दुमका पथ मार्ग पर स्थित है। यह पर्वत सड़क से ही इसकी आकर्षण दिखने लग जाता है। देवघर दुमका के पथ में घोरमारा से ठीक तीन किलोमीटर पश्चिम की ओर , देवघर से पंद्रह किलोमीटर पूर्व की ओर पूर्व की और स्थित है.
यह पहाड़ तीन पर्वत श्रृंखला से मिलकर बना है , इसलिए इस पर्वत का नाम त्रिकूट पर्वत नाम पड़ा है. यहाँ का प्राकृतिक दृश्य पर्यटकों को हमेशा सालोंभर आकर्षित करते रहता है. पर्यटक जब देवघर बोलबम आते हैं। तो त्रिकूट पर्वत का प्राकृतिक नजारा पर्यटकों को अपनी और घींच लाता है। त्रिकूट पर्वत के जंगलों में कई तरह का आयुर्वेदिक पेड़ पौधों भंडार है। पर्वत में आप कई तरह के बड़े छोटे गुफा का दर्शन कर सकते है। यहाँ आप का मन को प्रफुलित करेगा , अनेकों प्रकार के छोटे छोटे जीव भी देख सकते है। यहाँ आप पैदल भी पहाड़ पर चढ़ाई कर सकते है , और यहाँ पहाड़ का नजारा का लुफ्त उठा सकते हैं।
प्राकृति की सुंदरता :- रंग बिरंगे पक्षियों की मधुर ची ची की शोरगुल, पर्वत के ऊपर बहते हवा के झोंके , हवा से बार बार पेड़ो की झुकना , बंदरो का अठखेलियों का खेल , जड़ीबूटियों का सुगंध लिए हवा के झोंका मन के तरंगो को झकझोर कर मन को बार बार प्रसन्नचित कर देता हैं। सदियों से ही बनी हुए पहाड़ो के गुफा, न जाने कितने कहानियों को समेटे हुए , कहानी को प्रगट करता है। जीवन में सकूँन और शांति शायद हर इंसान ढूंढ़ता फिरता है , वो शांति आपको यहाँ आकर मिलेगी।
ज्यादा जानने के लिए निचे वीडियो देखें
गगनखटोला पर्यटकों का आकर्षण का केंद्र (रोपवे का आनंद)
त्रिकूट पर्वत में गगनखटोला का एक गजब का आकर्षण का केंद्र है , इस रोपवे से आप पुरे त्रिकूट पर्वत का आनंद ले सकते हैं, रोपवे से आप पर्यावरण का भरपुर आनंद ले सकते हैं, रोपवे से आप त्रिकूट के ऊपर से पुरे मनोरंजन कर सकते, साहसिक पर्यटन से जीवन के सारे डर दूर हो जाते हैं। रोप वे का किराया मात्र १५० रुपए हैं, एक व्यक्ति का रोपवे किराया १५० रूपए में आप रोपवे का भरपूर आनंद उठा सकते हैं, देवघर के क्षेत्र में आप रोपवे का आनंद ले सकते है, इस तरह त्रिकूट पर्वत झारखण्ड के देवघर क्षेत्र में बहुत प्रसिद्ध है। ज्यादा जानकारी के लिए आप इस वीडियो में त्रिकूट का ज्यादा नजारा ले सकते हैं-
त्रिकूट पर्वत प्राकृतिक दृश्य के लिए बहुत ही आकर्षण का केंद्र है। यह देवघर दुमका पथ मार्ग पर स्थित है। यह पर्वत सड़क से ही इसकी आकर्षण दिखने लग जाता है। देवघर दुमका के पथ में घोरमारा से ठीक तीन किलोमीटर पश्चिम की ओर , देवघर से पंद्रह किलोमीटर पूर्व की ओर पूर्व की और स्थित है.
यह पहाड़ तीन पर्वत श्रृंखला से मिलकर बना है , इसलिए इस पर्वत का नाम त्रिकूट पर्वत नाम पड़ा है. यहाँ का प्राकृतिक दृश्य पर्यटकों को हमेशा सालोंभर आकर्षित करते रहता है. पर्यटक जब देवघर बोलबम आते हैं। तो त्रिकूट पर्वत का प्राकृतिक नजारा पर्यटकों को अपनी और घींच लाता है। त्रिकूट पर्वत के जंगलों में कई तरह का आयुर्वेदिक पेड़ पौधों भंडार है। पर्वत में आप कई तरह के बड़े छोटे गुफा का दर्शन कर सकते है। यहाँ आप का मन को प्रफुलित करेगा , अनेकों प्रकार के छोटे छोटे जीव भी देख सकते है। यहाँ आप पैदल भी पहाड़ पर चढ़ाई कर सकते है , और यहाँ पहाड़ का नजारा का लुफ्त उठा सकते हैं।
प्राकृति की सुंदरता :- रंग बिरंगे पक्षियों की मधुर ची ची की शोरगुल, पर्वत के ऊपर बहते हवा के झोंके , हवा से बार बार पेड़ो की झुकना , बंदरो का अठखेलियों का खेल , जड़ीबूटियों का सुगंध लिए हवा के झोंका मन के तरंगो को झकझोर कर मन को बार बार प्रसन्नचित कर देता हैं। सदियों से ही बनी हुए पहाड़ो के गुफा, न जाने कितने कहानियों को समेटे हुए , कहानी को प्रगट करता है। जीवन में सकूँन और शांति शायद हर इंसान ढूंढ़ता फिरता है , वो शांति आपको यहाँ आकर मिलेगी।
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त्रिकूट पर्वत में गगनखटोला का एक गजब का आकर्षण का केंद्र है , इस रोपवे से आप पुरे त्रिकूट पर्वत का आनंद ले सकते हैं, रोपवे से आप पर्यावरण का भरपुर आनंद ले सकते हैं, रोपवे से आप त्रिकूट के ऊपर से पुरे मनोरंजन कर सकते, साहसिक पर्यटन से जीवन के सारे डर दूर हो जाते हैं। रोप वे का किराया मात्र १५० रुपए हैं, एक व्यक्ति का रोपवे किराया १५० रूपए में आप रोपवे का भरपूर आनंद उठा सकते हैं, देवघर के क्षेत्र में आप रोपवे का आनंद ले सकते है, इस तरह त्रिकूट पर्वत झारखण्ड के देवघर क्षेत्र में बहुत प्रसिद्ध है। ज्यादा जानकारी के लिए आप इस वीडियो में त्रिकूट का ज्यादा नजारा ले सकते हैं-
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